Facebook (Meta) New Rule: फेसबुक पर नकली कंटेंट पर सख्ती के तहत दोहराए हुए या नकली कंटेंट के खिलाफ कड़े नियम लागू किए हैं, ताकि असली कंटेंट बनाने वाले क्रिएटर्स को सुरक्षा मिले, स्पैम रोका जाए और प्लेटफॉर्म पर फर्जी इंगेजमेंट कम हो।
Facebook Meta फेसबुक पर अनोरिजिनल कंटेंट के खिलाफ एक नई नीति शुरू की है, जो उन अकाउंट्स को निशाना बनाती है जो बार-बार दूसरों के टेक्स्ट, फोटो या वीडियो को बिना किसी नए ट्विस्ट या सार्थक बदलाव के शेयर करते हैं। इसका मकसद है स्पैम और फर्जी इंगेजमेंट को कंट्रोल करना, साथ ही असली कंटेंट बनाने वाले क्रिएटर्स को सही क्रेडिट और विजिबिलिटी दिलाना।
क्या होगा असर?
Facebook (Meta) के इस नए नियम के तहत, जो अकाउंट्स बार-बार बिना इजाजत के कंटेंट रीपोस्ट करते हैं, उनके पोस्ट की रीच कम होगी, कमेंट्स को प्राथमिकता नहीं मिलेगी, और मोनेटाइजेशन का मौका भी छिन सकता है। Facebook एक नया टूल भी टेस्ट कर रहा है, जो डुप्लिकेट पोस्ट्स को उनके ओरिजिनल वर्जन से लिंक करेगा, ताकि क्रिएटर्स को उनका हक मिले और दर्शक असली कंटेंट तक पहुंचें।
ओरिजिनैलिटी को बढ़ावा
यह कदम यूट्यूब के हालिया अपडेट्स के बाद आया है, जिसने अनोरिजिनल कंटेंट, खासकर AI से बने या बड़े पैमाने पर प्रोड्यूस किए गए मटेरियल के खिलाफ नियम सख्त किए। Facebook Meta ने साफ किया कि उसका फोकस बिना इजाजत या ओरिजिनैलिटी के डायरेक्ट रीपोस्टिंग पर है। रिएक्शन वीडियो, ट्रेंड में हिस्सा लेने वाले कंटेंट या ट्रांसफॉर्मेटिव एडिट्स पर कोई पाबंदी नहीं होगी।
क्या कार्रवाई होगी?
Facebook Meta ने कहा कि नियम तोड़ने वाले अकाउंट्स को अस्थायी रूप से मोनेटाइजेशन प्रोग्राम्स से हटाया जा सकता है और उनके कंटेंट की डिस्ट्रीब्यूशन कम होगी। कंपनी डुप्लिकेट वीडियो को अपने रिकमेंडेशन अल्गोरिदम में भी कम प्राथमिकता देगी।
साथ ही, ओरिजिनल क्रिएटर्स को सपोर्ट करने के लिए मेटा एक फीचर टेस्ट कर रहा है, जो डुप्लिकेट वीडियो को उनके असली सोर्स से जोड़ेगा, ताकि दर्शक ओरिजिनल कंटेंट देख सकें।
Facebook (Meta) के ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, कंपनी ने 2024 में पहले ही:
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लगभग 1 करोड़ इम्पर्सनेशन अकाउंट्स हटाए।
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5 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर स्पैम या फर्जी इंगेजमेंट के लिए कार्रवाई की।
अनोरिजिनल कंटेंट क्या है?
Facebook Meta के हिसाब से अनोरिजिनल कंटेंट वो है जिसमें कोई दूसरों का काम, जैसे टेक्स्ट, इमेज या वीडियो, बिना क्रेडिट या बदलाव के बार-बार रीपोस्ट किया जाए। मेटा क्रिएटर्स को क्रिएटिव इनपुट के साथ रीशेयर करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जैसे:
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कमेंट्री जोड़ना
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रिएक्शंस देना
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वॉयसओवर करना
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ट्रेंड्स में अपने ट्विस्ट के साथ हिस्सा लेना
हालांकि, सिर्फ वॉटरमार्क लगाना या क्लिप्स को जोड़ना मेटा के सार्थक बदलाव के मापदंड को पूरा नहीं करता।
Facebook Meta क्रिएटर्स के लिए बेस्ट प्रैक्टिस
अपनी रीच और मोनेटाइजेशन को बढ़ाने के लिए मेटा क्रिएटर्स को सलाह देता है:
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खुद से फिल्माया या बनाया गया ओरिजिनल कंटेंट पोस्ट करें।
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थर्ड-पार्टी कंटेंट इस्तेमाल करने पर सार्थक बदलाव करें, जैसे कमेंट्री या वॉयसओवर।
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ऐसी स्टोरीज़ बनाएं जो दर्शकों को बांधे रखें।
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वीडियो में थर्ड-पार्टी वॉटरमार्क या ऐप लोगो से बचें।
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हाई-क्वालिटी कैप्शंस लिखें, बिना ऑल-कैप्स, ज्यादा हैशटैग्स या बाहरी लिंक्स के।
Facebook Meta का कहना है कि ये कदम क्रिएटर्स को नियमों का पालन करने, फीड में अलग दिखने और दर्शकों के साथ मजबूत रिश्ता बनाने में मदद करेंगे।